4 Deadliest Viruses Prior To COVID-19
कोविड-19 से भी पहले के "4 घातक वायरस"
वायरस का फुल फॉर्म "वाइटल इन्फॉर्मेशन रिसॉर्स अंडर सीज़"
Photo by CDC on Unsplash |
1 ) The Ebola Virus - इबोला वायरस
- पश्चिम अफ्रीका में आए 2014-2016 के Ebola वायरस के बारे में तो हम सबी परिचित है। Ebola virus history की शुरुआत होती है सन 1976 में। पर ये उसकी उत्पति की बात नहीं है। बड़े ताज्जुब की बात है की आज तक कोई भी वैज्ञानिक या कोई भी चिकित्सक ये मालूम नहीं कर पाए की इस वायरस की उत्पति कब और कैसे हुई। वैज्ञानिक इसे एक दुर्लभ वायरस मानते है। लेकिन माना जाता है की यह वायरस पशुओं एवं फल चमगादड़ से आया था। (Ebola virus is caused by Animals as well as Fruit Bats) यह एक पशु-जन्यरोग (Zoonosis) है जो पशुओं से मानव शरीर में Transfer हो सकता है।
- The Ebola Virus symptoms यानि की लक्षण त्वरित है। जब कोई इंसान इस वायरस के चपेट में आता है तब उसे बुखार, थकन, गले में खराश, सर में दर्द. मांस पेशियों में दर्द, दस्त जैसे लक्षण दिखाय देते है। और जब इंसान की हालत बहुत खराब या Severe हो जाती है तब उसके शरीर के अंदर से खून बहने लगता है। उसके शरीर के सरे अंग जैसे की किड़नी, फेफसे, यकृत यानि की Liver सब धीरे धीरे ख़तम हो जाते है। इतनी भयावह हालत होती है की हड्डिया गलने लगती है और त्वचा भी सड़ने लगती है। इंसान आखिर में मर जाता है।
-पर ये वायरस यही पे नहीं रुकता। Ebola virus effect/असर मरने के बाद भी मृत-शव को खत्म करता रहता है। मरे हुए इंसान के शव में से इबोला वायरस दूसरे इंसानो को भी चपेट में ले लेता है। ऐसे मरीजों को दफ़नाने के लिए अलग से टीम तैयार की जाती है।
- पश्चिम अफ्रीका में 2014-2016 में आया ये वायरस वहाँ की सबसे बड़ी महामारी थी। जिसमे करीबन 28,000 लोग संक्रमित हुए और 11,000 से भी ज्यादा लोगो की मृत्यु हुई। इबोला के संक्रमण को नियंत्रण में लाने के लिए प्रायोगिक टीकों (Experimental Vaccines) का उपयोग किया गया है। हाल ही में USA और China जैसे देशों ने Ebola के टीकों की खोज शुरू कर दी है। कई ने कारगर vaccine तैयार भी किया है।
- WHO - विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुशार इबोला वायरस की मृत्य दर 50 प्रतिशत (50%) है। यानि की इतना घातक वायरस की 100 में से 50 मरीज़ अपनी जान गवाँ देते है। अब आप समझ सकते है की सिर्फ एक सूक्ष्म जीवाणु, एक घातक वायरस बन कर, हम जैसे बड़े इंसान को कैसे ख़त्म कर देता है !!!
- पश्चिम अफ्रीका में आए 2014-2016 के Ebola वायरस के बारे में तो हम सबी परिचित है। Ebola virus history की शुरुआत होती है सन 1976 में। पर ये उसकी उत्पति की बात नहीं है। बड़े ताज्जुब की बात है की आज तक कोई भी वैज्ञानिक या कोई भी चिकित्सक ये मालूम नहीं कर पाए की इस वायरस की उत्पति कब और कैसे हुई। वैज्ञानिक इसे एक दुर्लभ वायरस मानते है। लेकिन माना जाता है की यह वायरस पशुओं एवं फल चमगादड़ से आया था। (Ebola virus is caused by Animals as well as Fruit Bats) यह एक पशु-जन्यरोग (Zoonosis) है जो पशुओं से मानव शरीर में Transfer हो सकता है।
- The Ebola Virus symptoms यानि की लक्षण त्वरित है। जब कोई इंसान इस वायरस के चपेट में आता है तब उसे बुखार, थकन, गले में खराश, सर में दर्द. मांस पेशियों में दर्द, दस्त जैसे लक्षण दिखाय देते है। और जब इंसान की हालत बहुत खराब या Severe हो जाती है तब उसके शरीर के अंदर से खून बहने लगता है। उसके शरीर के सरे अंग जैसे की किड़नी, फेफसे, यकृत यानि की Liver सब धीरे धीरे ख़तम हो जाते है। इतनी भयावह हालत होती है की हड्डिया गलने लगती है और त्वचा भी सड़ने लगती है। इंसान आखिर में मर जाता है।
-पर ये वायरस यही पे नहीं रुकता। Ebola virus effect/असर मरने के बाद भी मृत-शव को खत्म करता रहता है। मरे हुए इंसान के शव में से इबोला वायरस दूसरे इंसानो को भी चपेट में ले लेता है। ऐसे मरीजों को दफ़नाने के लिए अलग से टीम तैयार की जाती है।
- पश्चिम अफ्रीका में 2014-2016 में आया ये वायरस वहाँ की सबसे बड़ी महामारी थी। जिसमे करीबन 28,000 लोग संक्रमित हुए और 11,000 से भी ज्यादा लोगो की मृत्यु हुई। इबोला के संक्रमण को नियंत्रण में लाने के लिए प्रायोगिक टीकों (Experimental Vaccines) का उपयोग किया गया है। हाल ही में USA और China जैसे देशों ने Ebola के टीकों की खोज शुरू कर दी है। कई ने कारगर vaccine तैयार भी किया है।
- WHO - विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुशार इबोला वायरस की मृत्य दर 50 प्रतिशत (50%) है। यानि की इतना घातक वायरस की 100 में से 50 मरीज़ अपनी जान गवाँ देते है। अब आप समझ सकते है की सिर्फ एक सूक्ष्म जीवाणु, एक घातक वायरस बन कर, हम जैसे बड़े इंसान को कैसे ख़त्म कर देता है !!!
2) Hepatitis A , B , C, D, E - हेपेटाइटिस A , B, C, D , E वायरस
Deadliest Viruses की लिस्ट में हेपेटाइटिस रोग के वायरस का स्थान अवश्य है। WHO - वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के अनुसार हेपेटाइटिस वायरस से दुनियाभर में सालाना करीबन 1.45 मिलियन यानि की 14 लाख 50 हजार मौते होती है। एक मामूली सा दिखने वाला ये वायरस सच में Deadliest वायरस है।
- कई सालो पहले से ही हेपेटाइटिस को जॉन्डिस यानि की पीलिया रोग का मुख्य कारन माना जाता है। इसकी इतिहास को देखे तो यह वायरस 19वीं सदी के लड़ाकू सैनिको से जुड़ा है। US civil war के दरमियान सैनिक हेपेटाइटिस के चपेट में आ गए थे। सिर्फ 4 सालो में 50000 से ज्यादा cases हो चुके थे।
- हेपेटाइटिस के मुख्य पांच 5 वायरस है। हेपेटाइटिस A, B, C, D, और E . एक रिपोर्ट की मुताबिक Hepatitis B और C सबसे ज्यादा हेपेटाइटिस संबंधी मौतों के लिए जिम्मेदार है। ज्यादातर मौतें लिवर फेलियर और लिवर कैंसर की वजह से होती है।
- हेपेटाइटिस रोग के वायरस शरीर में Blood Transfusion (रक्त आधान ) के कारण प्रवेश कर सकते है। एक ही niddle (सूई) को दूसरे मरीज पर use करने से भी यह फेल सकता है। Tattoo टैटू के शौक़ीन लोग को भी इससे सावधान रहने जरुरत है। टैटू सिरिंज को एक ही बार उपयोग करें। किसी भी सिरिंज या नुकीली वस्तुओं जैसे की रेज़र को पुन: उपयोग न करें।
Source: WHO / YouTube
- WHO के दिए गए guidelines को फॉलो करें। "WHO: Prevent Hepatitis" के मुताबिक Safe Blood Transfusion - सुरक्षित रक्त आधान , Safe Injection - सुरक्षित इंजेक्शन , और पास के टीकाकरण में जरूर जाइये। टीकाकरण से Hepatitis B को रोका जा सकता है।
Deadliest Viruses की लिस्ट में हेपेटाइटिस रोग के वायरस का स्थान अवश्य है। WHO - वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के अनुसार हेपेटाइटिस वायरस से दुनियाभर में सालाना करीबन 1.45 मिलियन यानि की 14 लाख 50 हजार मौते होती है। एक मामूली सा दिखने वाला ये वायरस सच में Deadliest वायरस है।
- कई सालो पहले से ही हेपेटाइटिस को जॉन्डिस यानि की पीलिया रोग का मुख्य कारन माना जाता है। इसकी इतिहास को देखे तो यह वायरस 19वीं सदी के लड़ाकू सैनिको से जुड़ा है। US civil war के दरमियान सैनिक हेपेटाइटिस के चपेट में आ गए थे। सिर्फ 4 सालो में 50000 से ज्यादा cases हो चुके थे।
- हेपेटाइटिस के मुख्य पांच 5 वायरस है। हेपेटाइटिस A, B, C, D, और E . एक रिपोर्ट की मुताबिक Hepatitis B और C सबसे ज्यादा हेपेटाइटिस संबंधी मौतों के लिए जिम्मेदार है। ज्यादातर मौतें लिवर फेलियर और लिवर कैंसर की वजह से होती है।
- हेपेटाइटिस रोग के वायरस शरीर में Blood Transfusion (रक्त आधान ) के कारण प्रवेश कर सकते है। एक ही niddle (सूई) को दूसरे मरीज पर use करने से भी यह फेल सकता है। Tattoo टैटू के शौक़ीन लोग को भी इससे सावधान रहने जरुरत है। टैटू सिरिंज को एक ही बार उपयोग करें। किसी भी सिरिंज या नुकीली वस्तुओं जैसे की रेज़र को पुन: उपयोग न करें।
Source: WHO / YouTube
- WHO के दिए गए guidelines को फॉलो करें। "WHO: Prevent Hepatitis" के मुताबिक Safe Blood Transfusion - सुरक्षित रक्त आधान , Safe Injection - सुरक्षित इंजेक्शन , और पास के टीकाकरण में जरूर जाइये। टीकाकरण से Hepatitis B को रोका जा सकता है।
3) Hantavirus - हंतावायरस
- जब इस वक़्त दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से झुज रही है तब ही एक और खतरनाक वायरस चीन में देखने को मिला। कई लोग इस वायरस के बारे में पहली बार सुन रहे होंगे और कई ने पहले इसका नाम सुना होगा। यह वायरस है "Hantavirus " ("हंतावायरस ")। जी हाँ, कोरोना महामारी के बिच एक और वायरस फिरसे आया है। Hantavirus कोई नया वायरस नहीं है दोस्तों।
History of Hantavirus :
- सन 1978 की बात है , साउथ कोरिया के हंतान नदी (Hantan River ) के आसपास रहने वाले कृंतक (रोडेंट) यानि चूहा गिलहरी जैसे जानवर में बुखार के लक्षण पाए गए। जिसे Korean Hemerologic Fever (कोरियाई हेमोरोलॉजिक फीवर ) कहा गया।
दोस्तों , यही असली नाम है Hantavirus के फर्स्ट जाती(जीनस) का।
कोरियाई वॉर के समयइस फीवर से तकरीबन ३००० मौते हुई।
- सन 1981 में एक नया और विकसित और खतरनाक जीनस इस वायरस से पैदा हुआ , जिसे आज हम Deadliest Viruses को Hantavirus के रूप में जानते है। हंतान नदी के किनारे मिलने वाले जानवर में ये पाया गया , इसलिए इसका नाम नदी के नाम से "हंतान वायरस" पड़ा। इस नए जीनस का नाम HFRS - Hemorological fever with Renal Syndrome (हेमोरोलॉजिक फीवर विथ रीनल सिंड्रोम ) है।
How does Hantavirus spread ?
- हंतावायरस Diseases caused by virus है जो चूहे, गिलहरी जैसे रोडेंट के द्वारा इंसानो के संपर्क में आने से होता है। पर आप सोच रहे होंगे की हम तो ऐसे जानवर के सम्पर्क में आते नहीं तो हमे वायरस कैसे होगा ? पर ये डायरेक्टली भी हो सकता है और इंदिरेक्ट्ली पर भी होता है।
- जैसे की आप कोई जगा घूमने गए, नदी किनारे या कोई Forest travel में , और आप कोई भी ऐसी चीज़ या पानी का उपयोग करते हो, और शायद उस नदी में किसी ऐसे जानवर ने पेशाब, मलत्याग या आदि किया हो। तो आप को वायरस transfer हो सकता है।
- ये तो सिर्फ एक सामान्य उदाहरण था आपको easily समझने के लिए। तो क्या आपको Hantavirus से डरना चाहिए? क्या ये वायरस आपको हो सकता है ? अगर आप अपने शरीर और घर की cleanliness स्वच्छता रखते है तो यह वायरस आपको नहीं हो सकता। यह वायरस coronavirus की तरह नहीं फैलता , पर इसके सिम्पटम्स ज्यादातर कोणवीरस जैसे ही है जैसे की सांस लेने में तकलीफ, बुखार, गले में दर्द, पेट में दर्द , खाँसना आदि।
- हंतावायरस कभी भी आप तक नहीं पहुंच सकता और उस जैसे Deadliest Viruses भी आपको नहीं छू सकते,अगर आप अपने घर की , अपने परिवार की , अपने रिश्तेदारों की चिंता करते हुए आओ स्वछता बनाये रखे और दुसरो को भी स्वच्छता के बारे में जागृत करे।
Bhai mst👌👌👌 h
ReplyDeleteAapka website better creator se pta chla hmko...
Aur aapka article read bhi Kiya achaa content tha kya aap bta skte h ki aap Kaha se content laate h
Thank you bhai! Achhe content ke liye bahut Study aur Research karna padta hai. sabse jyada jaruri hai apne article ke liye enough Time dena. aasha hai ki aap mere blog se jude rahenge.
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